Starting Anchoring with Smile in Hindi:
How to start your speech in Hindi with Smile
भावी मंच संचालकों प्रेरकों वक्ताओं को मेरी ओर से हार्दिक नमन।
किसी वक्ता को भाषण देना हो चाहे एक एंकर को किसी कार्यक्रम में मंच संचालन करना हो।
सबसे पहले जरूरी होता है कि एक एंकर,वक्ता या प्रेरक जोश और खूबसूरत मुस्कान बिखेरते हुए मंच पर आए।
इसके बाद वक्ता चाहता है कि सुनने वालों के चेहरों पर भी स्माइल हो।
शुरुआत में श्रोताओं में जोश भरना या उनके चेहरे पर स्माइल लाना मंच पर बोलने वाले कि जिम्मेवारी होती है।
यानी अगर मंच पर बोलने वाले में सुनने वालों कोभाषण या मंच संचालन के शुरुआती दौर बांधने की क्षमता ना हो तो उसे अच्छा वक्ता नहीं कहा जा सकता।
इसलिए एक वक्ता के वक्तव्य की शुरुआत अच्छी होनी चाहिए। तभी लोग आपको एक निश्चित समय के लिए सुन पाएंगे।
इसके लिए आप इन शायरी और शायरी के साथ दी हुई शब्दावली बोलते हुए अपनी बात रख सकते हैं,कार्यक्रम का आगाज़ कर सकते हैं।
जैसे ही आप मंच पर आते हैं बोल सकते हैं।
आआे आज मुश्किलों को हराते हैं
चलो आज दिन भर मुस्कुराते हैं
आज हमें शुभ दिन मिला एकत्रित होने का।
कहते हैं कि अगर चेहरे पर मुस्कान रहे,दिल में खुशी रहे तो मुश्किलें हार जाती है। बहुत अच्छा लगेगा कि सभी सुनने वालों के चेहरों पर हल्की सी स्माइल हो ताकि अपना संदेश आपके सामने अच्छे से रख पाऊं।
बाहर जाकर सेल्फ़ी लेना मज़बूरी हो गया
ख़ुश दिखना ख़ुश रहने से ज़रूरी हो गया
आज मोबाइल इंटरनेट सोशल मीडिया पर दिखावा खूब चलता है। फ़ोटो,सेल्फ़ी में तो हमारा चेहरा खुश दिखता है।
लेकिन अंदर से खुशी नहीं है प्रसन्न रहना मुश्किल सा हो गया है। आज हम लोग यहां पर मिलकर खुशियां बटोरेंगे।
सभी एक बार मुस्कुरा देंगे और आपकी इस प्रसन्नता के साथ हम लोग इस कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे।
चेहरे पर हंसी और दिल में खुशी होती है
सही मायनों में यही जिंदगी होती है
और हंसना किसी इबादत से कम नहीं
किसी और को हंसा दो तो बंदगी होती हैसारे दुःख मिटा दो चेहरे की हंसी से
गमों की आग बुझा दो चेहरे की हँसी से
हर कोई खुश रह नहीं सकता चाह कर भी
खुशी का राज बता दो चेहरे की हँसी सेकुछ बयां कर देता हूं
कुछ छूपा लेता हूं
मै अपनी मुस्कान से ही
खूद को मना लेता हूंशब्दों के इत्तेफाक़ में
यूँ बदलाव करके देख
तू देख कर न मुस्कुरा
बस मुस्कुरा के देखमुस्कुराने की मकसद ना ढूंढ
वरना जिंदगी यूं ही कट जाएगी
कभी बेवजह मुस्कुरा के देख
तेरे साथ साथ जिंदगी भी मुस्कुराएगीजैसा मूड हो वैसा
मंजर होता है
मौसम तो हर इंसान के
अंदर होता है
बिल्कुल सच्चाई है यह कि बाहर का मौसम हमारे मूड के अनुसार दिखाई देता है। अगर मनोदशा अच्छी हो तो माहौल भी खूबसूरत लगता है।
आज इस कार्यक्रम से कुछ प्रेरणा चाहते हैं तो हम अपनी मनोदशा को ठीक करें। अंदर का मौसम खुशनुमा कर लें। ताकि इसी खुशी के मौसम के साथ इस कार्यक्रम को शुरू कर सकें।
इम्तिहान समझकर
सारे गम सहा करो
शख़्सियत महक उठेगी
बस खुश रहा करो
जिंदगी एक इम्तिहान,एक संघर्ष है। सुख दुख जीवन में साथ चलते हैं। जीवन में ये संघर्ष,इम्तिहान,दुख यूं ही चलते रहेंगे।
बस चेहरे पर हमेशा मुस्कान रहे तो जीवन की कठिन परिस्थितियों से गुजरना आसान हो जाता है और एक बड़ा लक्ष्य पा लेते हैं। इसलिए आज अपनी समस्याओं को बुलाकर एक बार सभी अपनी मुस्कुराहट से माहौल को चार चाँद लगाएंगे।
ये माना की जिंदगी की राह आसान नहीं
पर मुस्कुराकर चलने में कोई नुकसान नहीं
बहुत ही फायदेमंद है नए एंकर के लिए आपको दिल से धन्यवाद