अभिनन्दन पत्र शादी शायरी
फितरत बन चुकी है
दिले बेकरार की
अब तो आदत सी हो गई है
आपके इंतजार की
अतिथि देवो भवः
कहती ये भारत की धरा
स्वागत करके आपका
निभा रहे हैं परम्परा
सजती रहे खुशियों की महफ़िल
हर ख़ुशी इतनी सुहानी रहे
आप ज़िन्दगी में इतने ख़ुश रहें की
हर ख़ुशी आपकी दीवानी रहे
खुशियों में बीते आपका हर लम्हा ज़िन्दगी में
गुज़रे आपका हर पल एक दूसरे की बन्दगी में
ऐ मुकद्दर के लिखने वाले
हम तेरे शुक्रगुजार हैं
आज होता है वह फर्ज पूरा
जिसका हर मां-बाप को इंतजार है
शामो सहर खुशियों का तराना रहे
कुछ भी हो मुस्कुराने का बहाना रहे
आप जिंदगी में इतने खुश रहे कि
हर पल आपकी खुशियों का दीवाना रहे
ज़िन्दगी से इतना प्यार हो जाए
खुशियों भरी बहार हो जाए
इस रिश्ते की डोर रहे सात जन्म
दुआओं भरा ऐसा संसार हो जाए
आपस में इतना प्यार रहे
मोहब्बत भरा इजहार रहे
जीवन भर साथ का ये बंधन
जन्मों जन्मों बरकरार रहे
प्यार भरा एक संसार बसाते हैं
हिलमिल एक दूसरे को गले लगाते हैं
ताउम्र सलामत रहे ये जोड़ी
ऐसी खूबसूरत जोड़ी भगवान बनाते हैं
दो दिलों को जोड़ने का काम कर रहे हैं
खुशियां एक दूसरे के नाम कर रहे हैं
अटूट रहे हमारा ये स्नेह संगम
आपके दरमियां मोहब्बत भरा पैगाम कर रहे हैं
खुशियों के सागर के पार आ गए
लगता है मेरे गले के हार आ गए
करतल ध्वनि से गुंजा दो प्रांगण को
आज की खुशियों के सूत्रधार आ गए