International Woman’s Day Speech.Women’s Day Speech In Hindi. Women’s Day Shayari

Starting Anchoring Script For Woman Day. International Woman Day. Public Speaking Speech

हेलो दोस्तों नमस्कार

आज के दिन की आपको हार्दिक शुभकामनाएं।

8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है।आपने बेहतर मंच संचालन करना है या एक अच्छा स्पीच देना है तो आप इन शायरी को प्रयोग करें यह शायरी लिखी हुई है।

आप लिख लें और याद करें।
मैं बार-बार कहता हूं की प्रैक्टिस करें एक एक शायरी की बोलकर आईने के सामने 50-50 बार प्रैक्टिस करें।
आप शुरुआत करें तो बोल सकते हैं

समाज के निर्माण का आधार है नारी
अकेली हो कर भी पूरा परिवार है
कभी मां कभी पत्नी तो कभी बहन बनती है
हर रिश्ते में त्याग और प्रेम का संसार है नारी

आज के शुभ दिन की आपको हार्दिक शुभकामनाएं।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।

जैसा कि मैंने कहा कि हर रिश्ते में त्याग और प्रेम का संसार है नारी तो आज का शुभ दिन 8 मार्च का यह नारी शक्ति के सम्मान का दिवस है कि हम इन्हें हमेशा सम्मान दें।

दोस्तों आज के कार्यक्रम में मैं सभी श्रोताओं को एक बात कहूंगा कि हम लोग हमेशा नारी के प्रति सम्मान रखें।हम इन्हीं की कोख से जन्म लेते हैं। कहते हैं कि जो व्यक्ति स्त्री का सम्मान नहीं करता, उसका अपमान करता है वह खुद की नजरों में गिर जाता है।

जिस पुरुष को अपनी ताकत पर घमंड हो
वह अपनी ही परछाई से डर जाता है
स्त्री को अपमानित करने वाला व्यक्ति
एक दिन खुद की नजरों में गिर जाता है

हम चाहते हैं कि नारी जगत की नजरों में हमारा सम्मान बना रहे तो जरूरी है कि हम इनकी कदर करें। हर घर का श्रृंगार है नारी,हर आंगन की महक है।

नारी समाज में हर किरदार निभाती है।

कभी दासी तो कभी रानी बन गई
कहीं समर्पण कहीं मर्दानी बन गई
हर किरदार निभाने में कुशल है नारी
जो दुनिया में घर घर की कहानी बन गई

आपको पता होगा और हम इस बात को सभी जानते हैं कि एक घर जिसमें स्त्री ना हो या लड़के का रिश्ता नहीं होता तो घर जीवन में उदासी छा जाती है क्योंकि यही घर का सिंगार है,घर की रौनक है और त्योहार पर जो खुशियां मनाते है या शादी समारोह में एकत्र होते हैं हर माहौल में क़िरदार निभाती है। जगतजननी नारी हमेशा पूजनीय है।

जागरूक होकर भी अनजान रहती है
मुस्कुराते हुए सबको सम्मान देती है
समझ की बात करें तो एक कुशल स्त्री
इंसान की नज़रों से उसका चरित्र पहचान लेती है

वह चीजों को समझने में बहुत ही ज्यादा समर्थ है उसकी महसूस करने की शक्ति बहुत है। इसलिए हम उनकी मौलिकता को समझे।

आज महिला दिवस की आपको हार्दिक शुभकामनाएं।

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International Woman's Day Speech.Women's Day Speech In Hindi. Women's Day Shayari - Satish Kumar

खुदा ने ये सिफ़त दुनियां की
हर औरत को बख़्शी है
अगर वह पागल भी हो जाए
तो बच्चे याद रखती है

सबसे पहले आपको अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
अगर आप महिला दिवस पर कोई संचालन करना चाहते हैं या भाषण देना चाहते हैं तो शायरी के साथ इस तरह से बोलिए जिस तरह से मैंने शुरूआत की है।

इस तरह से बेटी या नारी के सम्मान में शायरी बोलकर शुरू कीजिए और इसके बाद आप बोल सकते हैं कि

जिस घर में बेटियों को प्यार मिले
वहां उमंग और उल्लास होता है
जहां मन मंदिर में स्त्री मात्र देवी का रूप हो
ऐसे वातावरण में समृद्धि का वास होता है

तो दोस्तों आज महिला दिवस है हम लोग ऐसे संकल्प ले जैसा कि हमारे शास्त्रों और हमारे महापुरुषों ने कहा है कि नारी का जिस घर में सम्मान होता है वह घर मंदिर के समान होता है और वहां पर कहते कि देवता वास करते हैं।

मैं बस इतना ही कहूंगा कि ऐसे घर में समृद्धि वास पर करती है तो इसलिए हम महिला दिवस पर आज से यह संकल्प लें की हर नारी हर बेटी की भावनाओं की कद्र हो।बेटी को बेटे के समान समझें
यह ठीक है कि इनके गौरव में ऐसे कार्यक्रम होते हैं मगर यह भी सच है कि अभी भी इनके प्रति हमारा दृष्टिकोण नहीं बदला।

जहाँ सुन्दर शब्दों में नारी शक्ति की गाथा हो
वहीं असल में नारी का अपमान हो रहा है
किसी स्त्री को देखकर मां बहन की सुधि आए
तब समझना नारी का सम्मान हो रहा है

दोस्तो आज के परिवेश में यह ठीक है कि हम लोग भाषण देते हैं या महिलाओं के सम्मान में गीत गाते हैं कविताएं गाते हैं भ्रूण हत्या को लेकर कविताओं से समाज को जागरुक करते हैं।लेकिन बड़े दुर्भाग्य की बात है कि ऐसे समाज में जहां पर ऐसी जागरूकता चल रही है मगर धरातल स्तर ऐसा नहीं है।

आज भी नारी को सम्मान और बराबरी का दर्जा नहीं मिल रहा।
इसलिए हम यह भी देखें कि जो बोल रहे हैं उसको हम लोग जीवन में लागू करें। समाज में ऐसा वातावरण हो जहां पर हर नारी को हर बेटी को अधिकार मिले ।

इसके बाद आप भाषण का समापन इस तरह से कर सकते हैं कि मैं समाज में हर बहन बेटी को यह भी कहना चाहूंगा कि वह अपनी शक्ति की पहचान करें अपनी योग्यता को पहचान कर आगे बढ़े।
अपनी बेड़ियां तोड़ने के लिए खुद को भी विपरीत परिस्थितियों के साथ लड़ना होगा और अपने आपको साबित करना होगा।

अपनी अनंत शक्ति की पहचान कर
अदम्य साहस से आजादी का आह्वान कर

यानी कि नारी के अंदर जो अदम्य साहस है और मन में करुणा और प्रेम नारी की मौलिकता है उसको हमेशा जागृत रखें।

अपनी अंनत शक्ति की पहचान कर
अदम्य साहस से आज़ादी का आह्वान कर
मन में प्रेम,करुणा का भाव भरके
अपने स्त्री होने के वजूद को महान कर

भारत और विश्व में अनेक महान नारियां हुई है जिन्होंने अपने आत्मबल से दुनिया में अपना रुतबा कायम किया है ।कल्पना चावला,मदर टेरेसा,सानिया मिर्जा,पीवी सिंधु जैसी बेटियों ने अपने पुरुषार्थ से समाज को नारी की हकीकत से रूबरू करवाया।रानी लक्ष्मीबाई जैसी वीरांगनाओं ने अपने बाहुबल का परिचय देकर पुरूष जाति को अपने शौर्य से परिचित करवाया।

अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर ऐसे भाव भरें जिसमें बेटियों के लिए प्यार और मातृशक्ति के लिए सम्मान हो।
बहन बेटियां भी ये संकल्प लेंगी कि वह समाज में अपने आप को साबित करें।
अपनी मेहनत और आत्मिक योग्यता को पहचान कर आगे बढ़े।

अपने वक्तव्य के समापन पर मातृशक्ति को समर्पित दो पंक्तियां कहूँगा

जिसके आने से रोशन गृहस्थ का दर होता है
पत्नी से जीवन का खूबसूरत सफ़र होता है
जिस घर में नारी की भावनाओं की कद्र हो
सोचा जाए तो असल में वही घर घर होता है

धन्यवाद

महिला दिवस पर शायरी

जहाँ सुन्दर शब्दों में नारी शक्ति की गाथा हो
वहीं असल में नारी का अपमान हो रहा है
किसी स्त्री को देखकर मां बहन की सुधि आए
तब समझना नारी का सम्मान हो रहा है

जिस घर में बेटियों को प्यार मिले
वहाँ उमंग और उल्लास होता है
जहां मन मंदिर में स्त्री मात्र देवी का रूप हो
ऐसे वातावरण में समृद्धि का वास होता है

अपनी अंनत शक्ति की पहचान कर
अदम्य साहस से आज़ादी का आह्वान कर
मन में प्रेम,करुणा का भाव भरके
अपने स्त्री होने के वजूद को महान कर

समाज के निर्माण का आधार है नारी
अकेली होकर भी पूरा परिवार है नारी
कभी माँ,कभी पत्नी तो कभी बहन बनती है
हर रिश्ते में त्याग और प्रेम का संसार है नारी

कभी दासी तो कभी रानी बन गई
कहीं समर्पण कहीं मर्दानी बन गई
हर क़िरदार निभाने में कुशल है स्त्री
जो दुनियां में घर घर की कहानी बन गई

जिस पुरुष को अपनी ताक़त पर घमंड हो
वह अपनी ही परछाई से डर जाता है
स्त्री को अपमानित करने वाला व्यक्ति
एक दिन ख़ुद की नज़रों में गिर जाता है

जागरूक होकर भी अनजान रहती है
मुस्कुराते हुए सबको सम्मान देती है
समझ की बात करें तो एक कुशल स्त्री
इंसान की नज़रों से उसका चरित्र पहचान लेती है

जगतजननी है तूँ
तेरे वजूद से ये सृष्टि है
प्रेम,दुआएं पाते हैं तुझसे
जिसकी उत्तम दृष्टि है

वर्षों तक जिंदा जलती रही तुँ
फिर भी हर युग में फलती रही तुँ
संसार में हर किरदार निभाना था तुझे
तो हर परिस्थिति में ढ़लती रही तुँ

तेरी अमर गाथा का गुणगान करता हुँ
हे जगतजननी तुझे प्रणाम करता हुँ
तुझसे रोशन है हर घर का द्वार, आंगन
तेरे वजूद को सलाम करता हुँ

8 मार्च नारी सशक्तिकरण दिवस पर मंच संचालन की 15 पेज की पूरी विस्तृत स्क्रिप्ट के साथ साथ महिलाओं पर महान विचार,शायरी व स्पीच है।जिसमें आपको पूरी तरह से हेल्प मिलेगी।डाऊनलोड करने के लिये दिये गए लिंक पर क्लिक करें।

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