आधुनिक युग में कॉलेज लाइफ में जन्मदिन मनाना एक क्रेज बनता जा रहा है। इस दौरान मित्र दोस्त इकट्ठे होकर अपने किसी दोस्त का जन्मदिन मनाते हैं। आपस में इंजॉय करते हैं, हंसी मजाक करते हैं। होना तो ऐसा चाहिए कि एक छोटा से स्टेज हो और एक मित्र जन्मदिन पार्टी को होस्ट करें। स्टेज पर गेम भी करवाए जा सकते हैं स्पीच ,कविता ,गीत हो सकते हैं। अगर किसी स्टूडेंट लड़की का जन्मदिन हो तो है, वह खुद अपने जन्मदिन पर अपने दोस्तों को धन्यवाद के तौर पर यह कविता और संदेश बोल सकती है।
जन्मदिन (Birthday) संदेश
सपनों भरी इस महफ़िल में
मौजूद हर सूरत ख़ास है
किसी की खुशी में शामिल होना
जिंदगी का सबसे खूबसूरत एहसास है
सबसे पहले आप सभी दोस्तों का धन्यवाद करती हुं,जो आज आप मेरे जन्मदिन की खुशी में शामिल हुए। असल में अकेले जन्मदिन (birthday) मनाने का कोई अर्थ नहीं है,बल्कि ऐसे विशेष दिन पर हम इकट्ठे होकर खुशी मनाते हैं,वह खुशी ही जन्मदिन है।
इसलिए मैं तो कहूंगी कि आप भी यूं समझ लीजिए कि आज आपका भी जन्मदिन है।
मैंने आप दोस्तों के लिए एक छोटी सी poem लिखी है। आशा है आपको पसंद आएगी। बाकी कविता सुनाने से पहले इतना जरूर कहूंगी कि ये मेरे मन के भाव हैं। इसलिए छोटी-मोटी गलती इग्नोर करके ये poem ध्यान से सुनना।
जन्मदिन पर कविता
सब मित्रों ने सभा सजाई
मेरा जन्मदिन खास हुआ
मिली आपसे लाख दुआएं
आज मुझे एहसास हुआ
रमाकांत भैया से हर दिन
काफी कुछ मैंने सीखा है
आप सभी के संग साथ से
खुशियों में जीवन बीता है
कुछ अजनबी अपने बन गए
ऐसा मुझे आभास हुआ
मिली आपसे लाख दुआएं
आज मुझे एहसास हुआ
जगत, देव की अच्छी संगत
उलझे मन को राहत देती
मेरे मित्रों की यह टोली
खुशियों की मुझे चाहत देती
बिना दोस्त के जीवन नीरस
ऐसा कुछ विश्वास हुआ
मिली आपसे लाख दुआएं
आज मुझे एहसास हुआ
खुशबू जैसी बिखरने वाली
ऐसी खुशबू यार मिली
कनिका फ्रेंड है सच्चा सोना
मल्लिका बड़ी अदाकार मिली
ऐसी ख़ुशदिल मिली सहेलियां
मन में एक उल्लास हुआ
मिली आपसे लाख दुआएं
आज मुझे एहसास हुआ
साथ मिला जो इतना प्यारा
ये खुशियां मुझे याद रहेगी
जिओ आप भी साल हज़ारों
ईश्वर से फरियाद रहेगी
आप सबकी रहमतों से
मेरा ये दिन खास हुआ
मिली आपसे लाख दुआएं
आज मुझे एहसास हुआ
सब मित्रों ने सभा सजाई
मेरा जन्मदिन खास हुआ
मिली आपसे लाख दुआएं
आज मुझे एहसास हुआ
इन्हीं शब्दों के साथ आपका धन्यवाद। बस इसी तरह से हम अपने जीवन में खुशियां मनाते रहें और एक दूसरे से सीखते रहें।
अपनी बातों को समाप्त करने से पूर्व दो पंक्तियां जरूर कहूंगी।
लम्हा-दर-लम्हा गुज़रता ही चला जाता है
वक़्त ख़ुशबू है बिखरता ही चला जाता है
Thanks