होली पर मंच संचालन शायरी
सबसे पहले आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं. आशा है आपका यह त्यौहार बहुत ही खुशियों से भरा रहेगा.
होली एक ऐसा त्यौहार है जिस पर हम लोग आपस में भाईचारे का संदेश देते हैं. हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई आपस में सभी धर्म के लोग सद्भावना अमन चैन के साथ रहने का संकल्प लेते हैं।
होली को कुछ लोग भगवान श्री कृष्ण और राधा के साथ भी जोड़ते हैं। जिसे वृंदावन मथुरा की होली।
लेकिन हम लोग यह देखें कि हम इस होली को क्या संदेश देते हैं। मैं अक्सर देखता हूं कि कुछ ही लोग इस त्यौहार पर खेलते हैं एक दूसरे को रंग लगाना, नृत्य करना गाना बजाना।
देखिए दोस्तों आपकी अपनी जिंदगी है और इस जिंदगी में सबसे जरूरी है आज के समय में खुश रहना।
आज चिंता तनाव ने हम लोगों को घेर लिया है तो क्यों ना इस त्यौहार पर हम लोग अपने अंदर के दंभ को अहंकार को निकाल फेंके और खुशियों के साथ झूमे।
खुद को एक बार जबरदस्ती खुशी मनाने के लिए प्रेरित करें। मित्र मंडली के साथ परिवार के साथ रिश्तेदारों के साथ जहां भी अवसर मिले खूब ठुमका लगा के नाचे, रंग लगाए एक दूसरे के साथ।
इस 2020 की होली की शुरुआत ऐसे करें कि जैसे नए जीवन की शुरुआत की है। और जहां खुशी आ गई,प्रेम आ गया,सद्भावना आ गई वहां धर्म संप्रदाय का भेद तो खत्म हो ही जाता है तो यही संदेश है और यही हमारे भारतवर्ष की रीति है कि
दिवाली में अली बसे
राम बसे रमजान
ऐसे ही उज्जवल रहे
मेरा प्यारा हिंदुस्तान
इसी के साथ अगर आप इस होली को मनाना चाहते है ।
फाल्गुन के इस महीने में कोई आपका मंच संचालन, भक्ति संध्या, होली रास का कार्यक्रम है या भाषण है तो खुशियों के इस त्यौहार पर कुछ शायरी दी गई है वह बोल सकते हैं।
धन्यवाद
होली पर शायरी
चेहरे पर रंगों को इस तरह से लगाओ
कि खुद से भी ना पहचान रहे
हर भेद रंगों में बदल बन जाए मुहब्बत
हिंदू हो या मुसलमान बस इंसान इंसान रहे
लाल से चेहरे पर लाली आएगी
हरे से खेतों में हरियाली आएगी
सफेद से होगी अमन चैन भरी दुआएं
नीले रंग से जीवन में जवानी आएगी
इस होली जूनून भरा जज़्बा भरते हैं
गले लगाकर सबको दिलों पर कब्ज़ा करते हैं
रंग बिरंगे रंगों से होकर सराबोर
इबादत भरे इस दिन को सजदा करते हैं
फ़ागुन की मस्ती इस क़दर चढ़ी
की मुहब्बत का रंग गहरा हो गया
कोई झूम के नाचने में है मस्त
किसी के सिर ख़ुशियों का सेहरा हो गया
लाल लाल गुलाल से गाल लाल हो गई
फागुन की मस्ती में मतवाली चाल हो गई
ठुमक ठुमक के ऐसे लगे पैर धरती पर
की बिना साज़ के ताल धमाल हो गई
खुशियों से हो ना कोई दुरी
रहे न कोई ख्वाहिश अधूरी
रंगो से भरे इस मौसम में
रंगीन हो आपकी दुनिया पूरी
होली के त्यौहार पर यू रंग बरसाओ
फागुन में जवानी आवारा हो जाए
मोहब्बत की दास्तां होली पर हो गुलजार
खुशियों के उड़ते रंग जिंदगी का नजारा हो जाए
होली की ठिठोली मजा देती है
गुलाल से रंगी सूरत भोली मजा देती है
रंगों से रंग पहचान ना पड़े जब
ठहाके लगाती बोली मजा देती है
खुशियों से हो ना कोई दुरी
रहे न कोई ख्वाहिश अधूरी
रंगो से भरे इस मौसम में
रंगीन हो आपकी दुनिया पूरी
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