किसी भी विशेष दिन पर भाषण देने के लिए आपके पास शब्द सामग्री शायरी या कविता जरूर होनी चाहिए। प्रभावशाली शब्दावली, शायरी से भाषण रुचिकर बनता है। 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जी का जन्मदिन मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekanand) एक ऐसे महापुरुष हुए हैं। जिन्होंने युवा शक्ति पर सबसे ज्यादा फोकस किया। उनका मानना था की युवा में जोश और साहस जैसी फौलादी ताकत होती है। युवा चाहे तो अपनी प्रचंड आवाज से पर्वत को हिला सकता है। अगर आपको 12 जनवरी स्वामी विवेकानंद जयंती पर भाषण देना हो या शायरी बोलनी हो तो आप यह आर्टिकल पढ़ सकते हैं
युवा दिवस भाषण | युवा दिवस शायरी
प्रचंड युवा शक्ति से कुछ नया ईजाद करें
मानसिक गुलामी से खुद को आजाद करें
अपनी शक्तियों को जगाने का लेकर संकल्प
विश्वबंधु स्वामी विवेकानंद जी को याद करें
सबसे पहले विश्वबंधु,उद्धारक,अनुकरणीय और युवाओं के लिए अनुपम प्रेरक शक्ति स्वामी विवेकानंद जयंती की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। आज इसी युवा दिवस पर उपस्थित माननीय मुख्य अतिथि महोदय एवं सूरज के सदृश चमकती भारत की युवा शक्ति का अभिवादन करता हूं।
भारत भूमि हमेशा प्रेरक विभूतियों का वास रही है। 12 जनवरी 1863 को एक ऐसी महान विभूति का अवतार हुआ, जिन्होंने अपने दिव्य शब्दों से भारत की युवा शक्ति को जागने का काम किया। जिनका बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। जिन्हें आज आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानन्द के नाम से जाना जाता है।
मैं उनकी जीवनी की अपेक्षा उनके विचारों के बारे में चर्चा करना चाहूंगा। क्योंकि किसी भी महापुरुष के विचारों को जीवन में अपनाना ही,उसे सच्चे अर्थों में याद करना होता है। स्वामी विवेकानंद ने कहा था परिवर्तन तुम्हारी सच्ची सीख का अंतिम परिणाम है”
हो जाएगा सफर आसां
आओ साथ चलकर देखें
कुछ तुम बदलकर देखो
कुछ हम बदलकर देखें
जिस इंसान ने भी परिवर्तन के इस महान विचार पर मनन करके जीवन में अपनाया है,उसका जीवन जरूर बदला है। इसलिए हम भी स्वयं में परिवर्तन करके अपने सपनों को हकीक़त में बदलने के लिए हमेशा कर्म करते रहें।
स्वामी विवेकानंद जी के विचारों से इसलिए युवाओं में ऊर्जा का संचार हो जाता है क्योंकि उनके विचार अनुभूति से निकले हुए हैं।
भावों की प्रचंड शक्ति से निकले हुए शब्द ही किसी का जीवन बदल सकते हैं।
आशा की किरण जब निकलती है
तो अंधकार को मिटा देती है
प्रचण्ड भाव से उठी एक आवाज
मुर्दा इंसान को जगा देती है
इसलिए मैं कहना चाहूंगा कि हम शुभ कर्मों से मिले अनुभव बांटना सीखें। खाली बातें कभी असर नहीं करती। विवेकानंद जी ने कहा था कि आपके अकूत पुस्तकों के ज्ञान के भंडार की अपेक्षा आपके अनुभव का एक औंस ज्ञान भी प्रयाप्त है। एक बार जब कुछ लोग भूखे लोगों को ज्ञान बांट रहे थे तो विवेकानंद जी ने एक बात कही थी।
तन की हवस मन को गुनहगार बना देती है
बाग के बाग को उजाड़ बना देती है
भूखे पेटों को ईमानदारी सीखाने वालों
भूख पेट को गद्दार बना देती है
इसलिए उनकी जयंती पर मैं यही कहना चाहूंगा की हम जीवन में शुभ कर्म करते रहें। स्वामी विवेकानंद के साहित्य को पढ़ें और उनके महान विचारों को अपने जीवन में ढालें। शुभ संकल्प ही इंसान को महान बनाते हैं। इन शब्दों के साथ में आशा करता हूं कि हम अपने युवा संन्यासी स्वामी विवेकानंद के विचारों पर मनन करके अपनी शक्ति को राष्ट्रहित में लगाएंगे। जय हिंद जय भारत
National Youth Day shayari | युवा दिवस पर शायरी
मानसिक दुर्बलताओं पर प्रहार चाहिए
अदम्य साहस और सिंह की दहाड़ चाहिए
काल के कराल गाल में समा रहा यूवा भारत
इसे बचाने के लिए संकल्प का पहाड़ चाहिए
तेरी एक हुंकार से पर्वत हिल जाए
तुं कहानी है शौर्य स्वाभिमान की
हे युवा अपनी ताकत की पहचान कर
तुझे तकदीर बदलनी है हिन्दुस्तान की
खत्म होकर भी जो खत्म नहीं होती
कहानी उसे कहते है
लगा दे आग पानी में
जवानी उसे कहते हैं
आ गए यहां जवां कदम जिन्दगी को ढूंढते हुए
गीत गा रहे हैं आज हम रागिनी को ढूंढते हुए.
अब दिलों में ये उमंग है, ये जहां नया बसायेंगे
फूल हम नए खिलायेंगे ताजगी को ढूंढते हुए
दिव्य पथ प्रदर्शक हो तुम
मन में मंगल भाव भरो
यौवन की दिव्य शक्ति से
बुराइयों का संहार करो
उत्कंठ भाव हो सृजन का
नई चेतना की उमंग हो
प्रगति पथ हो ध्येय तेरा
हृदय में आशा की तरंग हो
युवा शक्ति है साहस है समृद्धि है
युवा प्रेरणा है विचार है लक्ष्य सिद्धि है
मीरा,सिंधु,नीरज,रवि जैसे युवा हो जहां
उस देश की पूरे विश्व में प्रसिद्धि है
विजय पताका लिए हाथ तुम
स्वयं से जीत की जंग करो
वज्र सदृश चलो धरा पर
वसुधा के उर में तरंग भरो
सर उठाकर जीना तेरा स्वाभिमान है
अदम्य उत्साह ही तेरी पहचान है
तेरी ललकार से तूफ़ान थम जाए
हे युवा तू महान है तू महान है