आप शायरी से स्पीच शुरू करें।आपको जूनियर के लिए स्पीच देना हो या सीनियर के लिए, कॉलेज में या स्कूल में स्पीच देना हो तो इसी speech में आप कुछ और ऐड कर सकते हो या यह farewell speech दे सकते हो
जीवन जितना सजता है मां बाप के प्यार से
उतना ही महकता है गुरु के आशीर्वाद से
आज के विदाई समारोह में उपस्थित प्राचार्य सर,सभी गुरुजनों एवं सहपाठियों और जूनियर(सीनियर) का हार्दिक अभिनंदन करता हूं।
विद्यालय कॉलेज में आज विदाई समारोह एक रीत बन गई है। इस रीत ने कहीं न कहीं विद्यार्थियों को अपने सहपाठियों, शिक्षकों,जूनियर सीनियर के साथ जोड़ने का काम किया है।
कहते हैं जब दुनिया से जाने का समय आता है तो व्यक्ति सोचता है ।उसने क्या अच्छा किया और क्या गलत किया। गलती के लिए पछताता और अच्छे पर सुकून महसूस करता है।
उसी तरह स्कूल विद्यालय से विदा होते हैं ।तब भी हम यही सोचते हैं कि संस्था में,विद्यार्थियों में अच्छे अहसास छोड़कर जाएं ।
हमें अच्छाई के लिए याद किया जाए अच्छाई ना हो तो कम से कम बुराई ना हो।
कुछ यादें साथ ले जाते हैं
कुछ एहसास छोड़ जाते हैं
सुकून बनकर रहते हैं जो
उनके साथ बीते पल याद आते हैं
शिक्षा हमें योग्य बनाती है व्यवसाय में,ज्ञान में।
मगर संस्कार हमें जीना सिखाते हैं हमारा आचरण दूसरों के लिए सम्मान होना चाहिए। हमारे संस्कार और शुभ आचरण हमारी छवि को मजबूत बनाते हैं।
आज मैं हमारे सीनियर को जूनियर को बधाई दूंगा कि वह एक अच्छी छवि के साथ हमसे विदा हो रहे हैं ।छोटी मोटी शरारती तो उम्र के अनुसार हो जाती हैं ।मगर यह शरारतें हमारी सद्भावना के आगे माफ हो जाती हैं।
हम दुआ करते हैं कि आप जहां भी जाएं अच्छी छाप छोड़ कर आए ।नए लोगों के बीच जाकर एक परिवार बन जाएं और कामयाबी के नए मुकाम हासिल करें।
इन दो पंक्तियों के साथ अपनी वाणी को विराम देता हूं।
आओ नफरत का किस्सा
दो पंक्तियों में तमाम करते हैं
मोहब्बत जहां भी मिले
सर झुका कर सलाम करते हैं