नमस्कार दोस्तो आपको नवरात्रि Navratri पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।
नवरात्रि के पर्व पर हम अलग-अलग विधि से नवरात्रि महोत्सव मनाते हैं।durga Pooja, Navratri festival, डांडिया नृत्य, गरबा नृत्य जैसे कार्यक्रम होते हैं।
Healerbaba.com website और Swami ji यूट्यूब चैनल की सहायता से आप हर कार्यक्रम को आप सुंदर से सुंदर तरीके से आयोजित कर सकते हैं।
आगे आपको दो आर्टिकल दिए जा रहे हैं, एक है डांडिया नृत्य का मंच संचालन, दूसरा दुर्गा पूजा, नवरात्रि पर भाषण
डांडिया नृत्य कार्यक्रम कार्यक्रम में मंच संचालन की शुरुआत ऐसे करें
दुर्गा पूजा मंच संचालन शुरुआत | डांडिया रास मंच संचालन | Navratri festival
जीत किसके लिए, हार किसके लिए,
जीवन भर ये विवाद किसके लिए,
जो भी आया है जाएगा एक दिन,
फिर ये इतना अंहकार किसके लिए।
सबसे पहले भारतवर्ष के पावन पर्व दुर्गा पूजा की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
हमारे यहां अयोजित दुर्गा पूजा के अवसर पर आयोजित डांडिया कार्यक्रम में उपस्थित माननीय मुख्य अतिथि श्री ………, विशिष्ट अतिथि श्री … , घर द्वार की देवी सखी सहेलियां का अभिवादन करती हुं।
नाचना रिंदगी भी होती है
नाचना प्रभु की बंदगी भी होती है
कुछ पल झूम के देखो खुशी में तो
लगेगा कि नाचना जिंदगी भी होती है
आज के डांडिया नृत्य कार्यक्रम को आरंभ करने से पूर्व बताना चाहूंगी की डांडिया बुराई को मिटाने के लिए अच्छाई का संघर्ष का प्रतीक है।
जैसे दुर्गा मां ने अपने बल से भस्मासुर राक्षस को युद्ध करते हुए पछाड़ा उसी तरह दो स्टिक हाथों में लेकर नृत्य करते हैं ।
जिसमें हम अपने ही सद्गुणों से अपनी बुराइयों को दूर करते हैं।
आज के डांडिया से यही संकल्प लेंगे की देवी ब्रह्मचारिणी की कृपा से हम अपने दुर्गुणों को दूर कर मन से समृद्धि हों।
दुर्गा पूजा के अंतिम दिवस पर विजय दशमी दशहरा भी होता है। जैसे बुराई पर अच्छाई की जीत पर दशहरा मनाया जाता है ,उसी प्रकार दुर्गा पूजा का पर्व हिन्दू देवी दुर्गा की बुराई के प्रतीक राक्षस महिषासुर पर विजय के रूप में मनाया जाता है। अतः दुर्गा पूजा का पर्व बुराई पर भलाई की विजय के रूप में भी माना जाता है।
अभी हम लोग मां भगवती, सरस्वती के आगे दीप प्रज्ज्वलित करके मां की आरती के साथ इस भव्य समारोह का आरंभ करेगें।
इसके लिए मैं आज के हमारे मुख्य अतिथि महोदय और सखी सहेलियों को आमंत्रित करूंगी कि वो आएं और इस मंगल आरती के साथ इस मंच की शुरुआत करें।
क्षमा भाव रखें मन में हमेशा
क्षमा ही जीवन का सार होती है
मिलकर करें देवी की आरती
तो प्रार्थना स्वीकार होती है
पवित्र हृदयों को ही ये देवी शक्तियां वरदान देती हैं। सभी को समृद्धि मिले। सभी के जीवन में अद्भुत परिवर्तन हो। यही दुआ है।
हम सभी मिलकर आज डांडिया नृत्य करते हुए जीवन का उत्सव मनाएंगे।
आपाधापी के इस युग में खुशियां, प्रेम, पवित्रता खोती जा रही है। ऐसे में हम डांडिया रास करते हुए दुर्गा की नौ शक्तियों की स्वरूप देवी ब्रह्मचारिणी के प्रति समर्पण करेगें है।
यहां ब्रह्म शब्द का अर्थ है तपस्या।
ब्रह्मचारिणी अर्थात तप का आचरण करने वाली।
ब्रह्मचारिणी देवी का रूप पूर्ण ज्योतिर्मय और अत्यंत भव्य है।
देवी मां की इसी भव्यता से अपने तन मन से झूमें
नवरात्रि की पावनता की ज्योत
हृदय में जगमग जलने दो
डांडिया की मस्ती का रंग है
इसे तन मन में चढ़ने दो
धन्यवाद
Navratri festival speech | Durga Pooja speech | दुर्गा पूजा भाषण | नवरात्रि महोत्सव
भक्ति में शक्ति बंधु
शक्ति में संसार है
दुनियां में है जिसकी पूजा
आज उस देवी का त्यौहार है
सबसे पहले भारतवर्ष के पावन पर्व दुर्गा पूजा की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
हमारे यहां अयोजित दुर्गा पूजा उत्सव में उपस्थित माननीय मुख्य अतिथि श्री ………, विशिष्ट अतिथि श्री … , गांव की युवा पीढ़ी, घर द्वार की देवी मातृ शक्ति एवम आदरणीय बुजुर्गों को सादर प्रणाम करता हुं।
दुर्गा पूजा के अंतिम दिवस पर विजय दशमी दशहरा भी होता है। जैसे बुराई पर अच्छाई की जीत पर दशहरा मनाया जाता है ,उसी प्रकार दुर्गा पूजा का पर्व हिन्दू देवी दुर्गा की बुराई के प्रतीक राक्षस महिषासुर पर विजय के रूप में मनाया जाता है। अतः दुर्गा पूजा का पर्व बुराई पर भलाई की विजय के रूप में भी माना जाता है।
इसलिए आज का ये पावन पर्व प्रेरणा का अवसर है। इंसान में अच्छाई के साथ कुछ बुराइयां भी होती है।
मां दुर्गा के इस भव्य दरबार में हम संकल्प लें की हम अपने आत्मबल और चिंतन की विशिष्ट धारा से स्वयं का सुधार करेगें।
अपने मन से द्वेष,पाखण्ड, क्रोध जैसे विकारों को दूर करके आज के इस महापर्व को सार्थक करेंगे।
जब तक मन में खोट और दिल में पाप है
तब तक बेकार सब मंत्र और जाप है
पारदर्शी जीवन ही वास्तविक जीवन है।
किसी पर्व पर हिंदू देवताओं की पूजा, परिवार और अन्य सामाजिक समारोह, क्रय-विक्रय करना और उपहार देना, भण्डारा करना, ‘पंडाल’ का भ्रमण, और सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसी ये धार्मिक गतिविधियां हमारे अंदर भावनात्मक जुड़ाव लाती है।
हमारे ऐसे उत्सवों पर सभी लोग ऊंच नीच का भेद मिटाकर, आपसी प्रेम से ज्यादा से ज्यादा सहयोग करते हैं।
यही हमारी सभ्यता है, ये प्रेम भाव ही हमारे त्यौहार, पूजा, अनुष्ठानों की वास्तविकता का परिचय करवाता है।
सन्तों की वाणी हो
वहीं उद्धार होता है
जिस आंगन में प्रेम हो
असल वहीं परिवार होता है
एक बात बहन बेटियों के लिए कहुंगा की बेटियां भी दुर्गा शक्ति का रूप हैं। इनका सम्मान करें।
जिस घर में बेटियों को प्यार मिले
वहाँ उमंग और उल्लास होता है
जहां मन मंदिर में स्त्री देवी का रूप हो
ऐसे वातावरण में समृद्धि का वास होता है
इस दुर्गा पूजा के अवसर पर मातृ शक्ति के प्रति पवित्र संकल्प लें।
पवित्र हृदयों को ही ये देवी शक्तियां वरदान देती हैं। सभी को समृद्धि मिले। सभी के जीवन में अद्भुत परिवर्तन हो। यही दुआ है।
इसके साथ मैं चाहुंगा की आज के इस भव्य दरबार और आयोजन के लिए हमारे युवा आयोजकों का एक बार जोरदार तालियों से स्वागत करेंगे
इसके साथ अभी गायक कलाकर एवम मनमोहक प्रस्तुति देने वाले बच्चों
के लिए भी दुआ है कि दिव्य शक्ति दुर्गा इन्हें असीम ऊर्जा प्रदान करे।
इन्हीं शब्दों के साथ एक बार पुनः माननीय मुख्य अतिथि श्री ….. का आभार और आप सभी ग्रामवासियों को इस पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
Durga Pooja Manch Sanchalan Script | दुर्गा पूजा मंच संचालन शुरुआत | दुर्गा पूजा मंच संचालन स्क्रिप्ट | नवरात्रि महोत्सव मंच संचालन
सर्वप्रथम एंट्री कीजिए शायरी के साथ
सर झुका कर इस प्रांगण में प्रवेश करते हैं
देवी शक्ति के मस्तक पर अभिषेक करते हैं
करबद्ध अभिवादन से करके नमन
शक्ति भरी इस मंच का श्री गणेश करते हैं
सबसे पहले आप सभी को आज के दिन की
हार्दिक शुभकामनाएं।
आज का दिन बहुत ही पावन है। हर वर्ष की भांति
इस वर्ष भी हमारे यहां मां जगदम्बा का भव्य जागरण हो रहा है। आज की
रात्रि सबके लिए पावन होगी। मां की कृपा बरसेगी।
इस क्षेत्र के मशहूर गायक कलाकर देवी भगवती की
अपरम्पार महिमा का गुणगान करेंगे।आज की रात्रि की
भव्यता के लिए एक बार जोरदार तालियों से स्वागत
करेंगे और मां दुर्गा का जयकारा लगाएंगे।
बहारों की महफिल सुहानी रहेगी
लबों पर खुशियों की कहानी रहेगी
सबकी दुआएं कबूल होगी इस दरबार में
अगर आप की तालियों की मेहरबानी रहेगी
बस ऐसे ही हम सभी मिलकर शक्ति स्वरूपा भगवती का
पूरी रात गुणगान करेंगे।
इस क्षेत्र में अपने भक्तिमय गुणगान के लिए
प्रसिद्ध श्री सतीश जी और ममता जी परमार
आज के हमारे गायक कलाकर है। जो देवी मां के
भजनों से हमें भाव विभोर करेंगे।
इनके साथ आए हुए वाद्य वादकों का जोरदार
तालियों से स्वागत करें। जो अपने जादुई हाथों से
मधुर स्वर लहरियां छेड़ेगे और वातावरण को
मंत्रमुग्ध करेंगे।
साज की खुशबु साज की आवाज़ से आती है
इंसानी मिज़ाज की खुशबु उसके जज्बात से आती है
आज के हमारे अतिथि श्री गणेश जी ,
श्री रमेश जी, विधायक श्री ….. जी और
पुलिस विभाग से sho श्री नरेंद्र जी का हमारी सेवा समिति,अध्यक्ष,उपाध्यक्ष,मंत्री,
उपमंत्री की तरफ से हार्दिक अभिनंदन करते हैं।
वाद्यवृंद से कहूंगा की हमारे माननीय अतिथियों के
सम्मान में एक खुबसूरत धुन बजाएं।
भारत की इस शक्ति धरा पर
हम मानवता के फूल खिलाएं
अतिथि सत्कार कि उज्ज्वल संस्कृति
भारतवर्ष को महान बनाएं
हमारे अतिथियों का स्वागत करते हैं।
हमारे समिति सदस्यों से आग्रह करूंगा कि वो हमारे
अतिथियों का सम्मानस्वरूप साफा,
पगड़ी भेंट करके अभिनंदन करें।
पगड़ी, तिलक पुष्पाभिन्दन करना हमारे भारतवर्ष की संस्कृति है। हमारी संस्कृति ऐसे ही उज्ज्वल रहे।
अभी मैं आग्रह करूंगा हमारे अतिथियों से कि
वह मंच पर आएंगे और हमारे गायक कलाकारों
और वाद्य वृंद का सम्मान करेंगे।
खिलखिलाते फूलों में ना देख सके
तो पत्थर की मूरत में क्या दिखेगा
इबादत की नजरों से देखोगे तो
ज़र्रे ज़र्रे में ख़ुदा दिखेगा