Retirement Speech for Retirement function

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एक राजकीय कर्मचारी अधिकारी के लिए उसकी रिटायरमेंट (Retirement) का दिन खास होता है‌। 30, 35 वर्ष तक अपनी सेवा के दायित्व को निभाने के बाद जीवन में फुर्सत के पल आते हैं। किसी राजकीय सेवा में कार्यरत व्यक्ति की जीवन यात्रा अनूठी होती है। किसी से मिलना, कहीं बिछड़ना, एक स्थान से दूसरे स्थान पर नियुक्त होना,ऐसे पल जीवन में आते रहते हैं। और अगर एक govt एंप्लॉई , Dr, अधिकारी निष्ठावान हो, मिलनसार हो तो ये जीवन यात्रा अद्भुत बन जाती है।

अगर हम अपने सरकारी सेवा के दायित्व को आपसी सहयोग और तालमेल से निभाते हैं।हमारे संबंधों में मजबूती आती है। विश्वास में अखण्डता आती है।जिससे एक पारिवारिक वातावरण बनता है। जहाँ हम एक परिवार की तरह व्यवहार करते हैं और हमारे मधुर रिश्ते बन जाते हैं। ऐसे रिश्ते हमारे जीवन का लक्ष्य बन जाते हैं। इसलिए राजकीय सेवा में नियुक्त हर अधिकारी एवं कर्मचारियों को अपने दायित्व को निष्ठा से निभाना चाहिए। ताकि आपकी अच्छी छवि बने और रिटायरमेंट के बाद भी वह हमेशा दूसरों को याद रहे। अगर आपकी स्वयं की रिटायरमेंट (Retirement) है तो ये कुछ भाषण लिखे हुए हैं।आप इन भाषण की तैयारी करें। कुछ कंटेंट अपना भी ऐड करें। आशा है आपकी रिटायरमेंट पर आप बहुत अच्छा बोलेंगे।

खुद की रिटायरमेंट पर भाषण | सेवानिवृत्ति हार्दिक भाषण | सेवानिवृत्ति धन्यवाद संबोधन

खुद की रिटायरमेंट पर भाषण

जिन्दगी में अनेकों किरदार मिले
निभाने वाले लोग वफादार मिले
आपका साथ पाकर बहुत खुश हूं
दुआ है ऐसे लोग जीवन में बार बार मिले

सबसे पहले आप सभी को मेरी तरफ से प्यार भरी नमस्ते, कार्यक्रम में उपस्थित हमारे डिविजन के चेयरपर्सन श्री……….,एवम उपस्थित सभी क्लास c,d के माननीय कर्मियों का अभिवादन करता हूं। मेरे परिवार से आए मेरे पूज्य माता पिता,मेरी वाइफ श्रीमति….. और दोनों बेटियों एवम दामाद और पुत्र का हमारे रेलवे परिवार की और से स्वागत से करते हैं। एक सरकारी कर्मचारी, अधिकारी के लिए आज का यानी उसकी रिटायरमेंट (Retirement) का दिन ख़ास होता है।

मैंने ……. में ज्वॉइन किया था। आपके प्यार भरे साथ से कैसे वक्त बीत गया, इसका आभास ही नहीं हुआ। मेरी नौकरी और आपकी दुआओं ने मुझे किस्मत दी है।

भाग्य ने साथ दिया और आज बच्चों का जीवन और परिवार समृद्ध है।मैंने अपने कर्तव्य को सही तरीके से निभाया या नहीं ये आकलन तो शायद दुसरे लोग ही कर पाएंगे। किसी राजकीय सेवा में हमें एक समूह में काम करना होता है। अपने कार्य को खुशी से किया जाए तो एक परिवार बन जाता है। मैं भी एक परिवार से विदा हो रहा हूं। यहां की यादें मेरे जीवन को हमेशा खुशियों से भरपूर रखेगी।

दुनियां से एक दिन चले जाना है
मगर हर रिश्ता शिद्दत से निभाएं
कहीं मिलना तो कहीं बिछड़ना होता है
जहां भी जाएं खुशी के फूल खिलाएं

मेरा वेलफेयर डिपार्टमेंट रहा है। जिसमें हमारे कर्मियों की हेल्प करना, उनकी समस्या का समाधान करने जैसे कार्य रहे हैं।करवाने वाला तो वाहेगुरु, परमात्मा है। जाने अंजाने कोई गलती भी हुई होगी। मगर ऐसा अहसास होता है की मुझे आप जैसे शुभचिंतको की भरपूर दुआएं मिली है। आपकी ये दुआएं ही मेरे लिए सबसे बड़ी कमाई हैं। अपनी ड्यूटी के दौरान कुछ अच्छा करने का प्रयास किया तो आज मेरा परिवार खुशहाल है। बेटियां, दामाद वेल सेटल्ड हैं। अपनी लाइफ में खुश हैं।बेटा स्टडी कर रहा है।

इसके साथ मैं अपनी वाइफ श्रीमति ….. के लिए एक बार जोरदार तालियां चाहुंगा जिसके साथ और प्यार की बदौलत मुझे हमेशा इज्जत और सफ़लता मिली।लाइफ पार्टनर को लेकर आपको भी एक बात जरुर कहुंगा।

पत्नी सच्ची तारीफ करें तो
आदमी के चेहरे पर क्रांति रहती है
अगर राजी रहे घर की ये रानी
तो घर में शांति रहती है

इसलिए जीवनसाथी का हमेशा सम्मान करें मेरी और से यही कहूंगा कि हम जहां भी रहें, अपनी ड्यूटी को ईमानदारी से निभाएं।ईमानदार लोग ही किसी को अपना बना पाते हैं। मैंने अपने कार्य को हमेशा निष्ठा से करने की कोशिश की है। मेरी रिटायरमेंट (Retirement) फेयरवेल के अवसर पर एक बात आपसे जरूर करूंगा की हम अपने आपको बेहतर बनाने के लिए सीखते रहें।सीखने से अनुभव मिलता है और अनुभवी व्यक्ति ही दूसरों को सिखा सकता है।लाइफ में अपने एक्सपीरियंस के आधार पर इतना तक कहूंगा कि जिस व्यक्ति के पास अनुभव हो उसका सिखाने में इंटरेस्ट भी होता है। अपने काम से प्यार होता है।

मैंने अपनी ड्यूटी के दौरान हमारे डीपीओ श्री राजीव जी बजाज से हर चीज सीखी है। अपने कर्मियों से मधुर व्यवहार करना बजाज साब का बहुत बड़ा गुण हैं जो मैंने भी हमेशा अपनाने की कोशिश की है। माननीय डीपीओ सर का मधुर व्यवहार और उनकी जीवन शैली ने मुझे हमेशा प्रेरित किया है। इतने बड़े अधिकारी होते हुए विनम्र स्वभाव से पेश आना, अपने से छोटे कर्मचारियों के प्रति सम्मानजनक व्यवहार मेरे लिए हमेशा यादगार रहेगा। अपने आपको सौभाग्यशाली समझता हुं की मुझे बोस के रूप में एक सच्चे दिल के इन्सान मिले

हमारे ग्रुप c,d के कर्मियों का एक हम सभी सम्मान भरी तालियों से स्वागत करेंगे। जिनसे हमेशा सम्मान मिला। मैंने अपने कार्य, ड्यूटी को हमेशा पसंद किया। इसी वजह से आज मेरी रिटायरमेंट (Retirement) पर मुझे दिली संतुष्टि है। आपसे हमेशा
सहयोग साथ मिला। आपका साथ हमेशा यादगार रहेगा। आपने मेरी सेवानिवृति पर मुझे, मेरे परिवार को इतना सम्मान दिया इसके लिए मेरे पास शब्द नहीं है।भाव भरे हृदय से आपके आयोजन के लिए आभार प्रकट करता हूं। आप सभी का पुनः धन्यवाद। अंत में 2 पंक्तियो के साथ आपकी दुआएं चाहुंगा।

सेवानिवृत खुद का रिटायरमेंट भाषण | retirement party

सीनियर मैनेजर रिटायरमेंट स्पीच

सबसे पहले मेरी कार्यस्थली पीएनबी को प्रणाम करता हूं। मेरी Retirement के अवसर पर उपस्थित ऑनरेबल सी जी एम श्री………, सिनियर मैनेजर श्री….., एवं सभी सीनियर, जूनियर और कर्मचारियों का स्वागत करता हूं। आज इस सम्मान समारोह को देखकर मुझे बहुत खुशी हुई है। इसके लिए मैं विशेष रूप से कुछ भी बोलने से पहले आप लोगों का आभार प्रकट करता हूं जो आपने मुझे इतना प्यार और सम्मान दिया।

सन 1986 में जब मैं क्लर्क के पद पर नियुक्त हुआ तो मेरे लिए सब कुछ नया था। सबसे ज्यादा ड्यूटी दिल्ली में की। जिससे कार्य करने का अनुभव बढ़ता गया। पदोन्नत होते होते सिनियर मैनेजर के पद तक पहुंचा। जीवन में हमेशा अच्छे लोग मिले। जिनकी बदौलत अपने पद की गरिमा बनाए रखना बहुत आसान रहा। मेरे अनुभव की आपको एक तो बातें जरूर कहूंगा। अभी अंतिम 1 वर्ष से अमृतसर में अपनी सेवाएं देने का अवसर मिला। एक बात जरुर कहूंगा की जीवन की सफलता मुश्किल चीजों का आसान करने में है। मुझे भी जीवन में ऐसे सीनियर आदर्श मिले,जिनके मार्गदर्शन बदौलत मैं अपना कार्य कुशलता से कर पाया। आज मुझे बहुत संतुष्टि है। आपका प्यार और सम्मान पाकर मैं अच्छे एहसास कर पा रहा हूं। मेरी ओर से जरूर कहूंगा कि एक सीनियर होने के नाते हो सकता है कि मेरे से कोई छोटी मोटी नोंक झोंक हुई हो। इसके लिए मैं यही कहूंगा कि अपनी ड्यूटी के नियमों के लिए ये करना पड़ता है। मगर मेरी भावनाएं हमेशा यही रही हैं की मुझे आप बहुत अच्छे लोग मिले और मैं आपसे अच्छे एहसासों के साथ ही विदा हो रहा हूं।

जिन्दगी में अनेकों किरदार मिले
निभाने वाले लोग वफादार मिले
आपका साथ पाकर बहुत खुश हूं
दुआ है ऐसे लोग जीवन में बार बार मिले

जैसा हम सोचते हैं करते हैं वैसी ही हमारी पहचान होती है। ईश्वर का धन्यवाद करता हूं कि आप जैसे साथियों की दुआओं के बदौलत पारिवारिक जीवन हमेशा खुशहाल रहा।सौभाग्य से पत्नी भी बहुत अच्छी मिली जिस‌के मधुर व्यवहार और साथ की बदौलत ये जीवन यात्रा बहुत आसान रही ।

जब हम अपनी ड्यूटी को निष्ठा से करेंगे तो हमारे परिवार हमेशा खुशहाल रहेंगे। अपने पद की गरिमा को बनाए रखना हमारे पारिवार की खुशहाली का सबसे बड़ा राज है।मैंने अपने कार्य, ड्यूटी को हमेशा पसंद किया। इसी वजह से आज मेरी रिटायरमेंट पर मुझे दिली संतुष्टि है। अपनी ओर से एक प्यार भरा सुझाव भी देना चाहुंगा की आज आपाधापी का युग है। आज बैंक में सेवाएं देने के लिए मानसिक रूप से स्ट्रांग होना बहुत जरूरी है। हमारी मानसिक स्थिति ही हमारे शरीर को स्वस्थ रख पाएगी। इसके लिए हम दिन में कम से कम योग ,प्राणायाम ,मेडिटेशन के लिए आधे घंटे का समय जरुर निकालें। यह यह मैंने किया है और इसका अद्भुत परिणाम मुझे मिला है। एक बात यह भी कहना चाहूंगा कि मैं अपनी सेवाओं से रिटायर हुआ। आपके साथ मधुर संबंधों की कभी कोई रिटायरमेंट नहीं होगी। हमारे रिश्ते हमेशा बने रहेंगे। आप‌ सबके लिए दो पंक्तियां बोलना चाहूंगा।

आपकी दुआओं से हमे सहारे मिले
आपका साथ पाकर हमें किनारे मिले
किन लफ्ज़ो में बयां करूं आपका एहसान
जो इस दुनियां में आप हमें बहुत प्यारे मिले।

एक बार हम सभी एक दूसरे का जोरदार तालियों से स्वागत करेंगे। आपसे हमेशा सहयोग साथ मिला। आपका साथ हमेशा यादगार रहेगा। इन्हीं शब्दों के साथ एक बार फिर से आप सभी का आभार प्रकट करता हूं जो आपने मुझे इतना सम्मान और प्यार दिया। आज के आयोजन के लिए सभी का तहे दिल से धन्यवाद करता हूं।

धन्यवाद

Seniour Officer Retirement Speech

एमसीडी एक्सईन रिटायरमेंट सम्बोधन

सजती रहे खुशियों की महफिल
हर खुशी इतनी सुहानी रहे
आप जिंदगी में इतने खुश रहे
कि हर खुशी आपकी दीवानी रहे

सबसे पहले मेरी रिटायरमेंट पर आए डिप्टी कमिश्नर माननीय श्री …….. एवम वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों का हार्दिक स्वागत करता हूं। और दिल से आभार व्यक्त करता हूं जो आज मेरी सेवानिवृत्ति (Retirement) पर ऐसा खूबसूरत आयोजन किया। मेरे परिवार से मेरी बेटी , दामाद, बेटा, पुत्रवधू एवं मित्र रिश्तेदारों का हमारे विभाग की ओर से स्वागत करते हैं। आज से 35 वर्ष पूर्व mcd दिल्ली में JE के पद पर नियुक्ति मिली। प्रमोशन होते हुए आज एक्सईन के पद से रिटायर हो रहा हूं।
मेरे लिए मेरा सेवाकाल अति शुभ रहा। विभाग का ताउम्र ऋणी रहूंगा। इस राजकीय सेवा ने मुझे जीविका, सामाजिक रुतबा और सच्चे रिश्ते दिए। इसके लिए मैं विभाग का ताउम्र ऋणी रहूंगा।

समझ लीजिए
हमारे लिए क्या हो तुम
हर इबादत के बाद
पहली दुआ हो तुम

मेरी जॉब मेरे लिए हमेशा इबादत रहेगी। इसके साथ साथ में सभी अधिकारियों,कर्मचारियों के प्रति हार्दिकता प्रकट करता हूं जिन्होंने हमेशा मेरे साथ सहयोग किया। ठीक है मैं एक वरिष्ठ अधिकारी के पद पर रहा हूं।मेरे आदेश पर चलना कर्मचारियों का दायित्व है। मगर इस दायित्व के साथ मुझे आपमें हमेशा अपनत्व का एहसास हुआ है। यह आप लोगों का ही प्यार,अपनापन और साथ था,जो आपने मुझे एमसीडी का लगातार दूसरी बार प्रेसिडेंट बनाया। मुझे हमेशा यह एहसास रहेगा कि मेरी जॉब और आपकी दुआओं ने मुझे किस्मत दी है।

भाग्य ने साथ दिया और आज बच्चों का जीवन और परिवार समृद्ध है। बेटी, दामाद, बेटा, बहु वेल सैटल्ड हैं। मैंने अपने कर्तव्य को सही तरीके से निभाया या नहीं ये आकलन तो शायद दुसरे लोग ही कर पाएंगे। मगर इतना जरूर कहूंगा कि किसी राजकीय सेवा में हमें एक समूह में काम करना होता है। अपने कार्य को खुशी से किया जाए तो एक परिवार बन जाता है। मैं भी एक परिवार से विदा हो रहा हूं। यहां की यादें मेरे जीवन को हमेशा खुशियों से भरपूर रखेगी। मेरी और से यही कहूंगा कि हम जहां भी रहें, अपनी ड्यूटी दें, उसे निष्ठा से निभाएं। निष्ठावान लोग ही किसी को अपना बना पाते हैं। मैंने अपने कार्य को हमेशा निष्ठा से करने की कोशिश की है।

सरकारी सेवा में कोई व्यक्ति अगर अच्छे व्यवहार से पेश आता है तो लोग उसकी मिसाल देते हैं। मैं ये भी मानता हूं कि कई बार ज्यादा व्यस्तता या ऊपरी दबाव के कारण हम परेशान हो जाते हैं।पर हम इसे अपना कर्तव्य मानकर बेखूबी निभाएं।

मेरी रिटायरमेंट (Retirement) फेयरवेल के अवसर पर एक बात कहना चाहूंगा की हम अपने आपको बेहतर बनाने के लिए सीखते रहें। मैंने अपने कार्य, ड्यूटी को हमेशा पसंद किया। इसी वजह से आज मेरी रिटायरमेंट पर मुझे दिली संतुष्टि है। मेरे जीवन की सफलता में मेरी Wife श्रीमती……. का बहुत बड़ा योगदान रहा। उसके प्रेम, प्यार ने मुझे कभी हतोत्साहित नहीं होने दिया। मैं लक्की हूं की मुझे ऐसा लाइफ पार्टनर मिला।आज किसी प्रॉब्लम के कारण वो आ नहीं सकीं। जिसकी मुझे कमी अहसास हो रही है।

इसके साथ साथ कहना चाहुंगा की मैं जॉब से रिटायर हुआ हुं, आपकी दोस्ती, प्यार और रिश्तों से नहीं। प्रेसिडेंट के पद पर भी अभी कार्यरत रहूंगा। जो भी हमारी समस्याएं हैं उनके लिए प्रयासरत रहूंगा। आपने मेरी सेवानिवृति पर मुझे, मेरे परिवार को इतना सम्मान दिया इसके लिए मेरे पास शब्द नहीं है। भाव भरे हृदय से आपके आयोजन के लिए आभार प्रकट
करता हूं।

आप सभी का पुनः धन्यवाद।
अंत में 2 पंक्तियो के साथ आपकी दुआएं चाहुंगा।


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