वैज्ञानिकों का कहना है कि इस अभ्यास के पीछे तंत्रिका तंत्र और मानसिक प्रक्रियाओं की भूमिका हो सकती है। जब आंखें बंद होती हैं, तो दिमाग को अधिक संवेदनशील और सतर्क बनाया जा सकता है।
कुछ लोग दावा करते हैं कि उन्होंने आंखों पर पट्टी बांधकर वस्तुएं या शब्द पढ़े हैं। क्या यह एक विशेष मानसिक स्थिति का परिणाम है या कुछ और?
तो क्या आंख पर पट्टी बांधकर पढ़ना विज्ञान है या जादू? इसका जवाब शायद दोनों के मिश्रण में छिपा हो। यह एक दिलचस्प प्रयोग है जो हमारी मानसिक क्षमताओं को चुनौती देता है।